पकड़ा गया राहुल का झूठ, मंदिर जाने से खुद मुंह फेर लिया था

गुवाहाटी। राहुल गांधी का झूठ पकड़ा गया। उन्होंने असम के जिस मंदिर में उन्हें घुसने से रोकने की बात कही थी। उस मंदिर के प्रमुख वशिष्ठ शर्मा ने कहा है कि राहुल गांधी को मंदिर में प्रवेश करने से किसी ने भी नहीं रोका। उल्टे चार घंटे तक मंदिर के द्वार पर राहुल का इंतजार किया गया लेकिन वह यहां आकर दूसरे रास्ते से निकल गए।
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इंडियन एक्सप्रेस को दिए बयान में वशिष्ठ ने कहा, ‘मैं राहुल गांधी का इंतजार मंदिर के सत्र द्वार पर कर रहा था। उस वक्त पूर्व मुख्यमंत्री भूमिधर बर्मन और कई कांग्रेसी नेता भी मौजूद थे। लेकिन राहुल नहीं आए। मंदिर में उनके प्रवेश पर न तो कोई रोक है और न ही किसी तरह का प्रदर्शन किया गया।’
सोमवार को राहुल ने संसद परिसर में मीडिया के बातचीत के दौरान कहा था कि असम के बारपेटा मंदिर में प्रवेश करने से पहले उन्हें आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने रोका था। राहुल शनिवार को दो दिन की असम यात्रा पर थे। उन्होंने बारपेटा से सात किलोमीटर दूर मेधिरतारी तक पदयात्रा निकाली थी।
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मंदिर प्रमुख ने कहा कि मैं खुद भी राहुल को आशीर्वाद देना चाहता था। उनका आगमन एक अच्छा अवसर होता। कांग्रेस उपाध्यक्ष का यह कहना कि उन्हें मंदिर में प्रवेश से रोका गया, आधारहीन है। राहुल के न आने से उनका इंतजार करने वालों को भी निराशा हुई।
मंदिर प्रमुख के मुताबिक उन्हें बताया गया था शनिवार को दिन में साढ़े तीन बजे राहुल को मंदिर आना है। उनके साथ प्रदेश के सीएम तरुण गोगोई और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अंजन दत्ता भी होंगे। लेकिन कोई नहीं आया।
इससे पहले आरएसएस ने भी राहुल के इस बयान को महज राजनीतिक हथकंडा बताया था।