नोटबंदी: जेटली का राहुल पर पलटवार, कहा- सारे आरोप मनगढंत

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर नोटबंदी के मुद्दे पर पलटवार किया। उन्होंने नोटबंदी पर राहुल द्वारा सरकार पर लगाए आरोपों को मनगढ़ंत करार दिया। दरअसल, राहुल का आरोप है कि मोदी सरकार ने अपने 15-20 हितैषी उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए नोटबंदी का फैसला किया था।
अरुण जेटली ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए कहा, “अल्पज्ञान खतरनाक होता है। राहुल गांधी ने एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति या फंसे हुए कर्ज) धारकों की मदद के लिए नोटबंदी की मनगढंत बातें करते समय यह भूल गए कि मोदी सरकार ने आईबीसी (ऋणशोधन अक्षमता और दिवालिया कोड) का कानून बनाकर उसे लागू किया है जिसके तहत एनपीए के चूककर्ताओं को अपनी कंपनियां गंवानी पड़ गई है।”
.Little knowledge is dangerous. @RahulGandhi’s fiction on ‘demonetisation helping NPA holders’, forgets that the Modi Government legislated and enforced the IBC where the NPA defaulters lost their companies.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) August 30, 2018
जेटली के राहुल गांधी पर पटलवार करने से पहले गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ऊपर हमला करते हुए कहा कि नोटबंदी एक घोटाला था, जिसके पीछे मुख्य मकसद उनके हितैषी 15-20 बड़े उद्योगपतियों को मदद करना था जिनका कर्ज एनपीए में तब्दील हो गया था।
गौरलतब हो कि राहुल गांधी ने कहा था कि मोदी मित्रों ने नवंबर 2016 की नोटबंदी के बाद अपने काले धन को सफेद कर लिया। जिस जेटली ने राहुल पर निशाना साधा। इसके अलावा उन्होंने राफेल जेट लड़ाकू विमान सौदे के संबंध में राहुल द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर भी उनपर हमला किया।
.@RahulGandhi has not read my question-The fully weaponised Rafale air craft’s 2016 price is 20% cheaper than the 2007 offer. This is what the 2015 statement of the PM and the French President refers to as ‘on terms better than the 2007 offers’.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) August 30, 2018
वित्तमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “राहुल गांधी ने मेरा सवाल नहीं पढ़ा है। हथियार से पूरी तरह लैस राफेल विमान के 2016 के सौदे में कीमत 2007 की पेशकश के मुकाबले 20 फीसदी कम है।”