पुलवामा हमला: इन कलाकारों के डायलॉग पाकिस्तान पर पड़ते हैं आज भी भारी

बीते साल 14 फरवरी को पुलवामा हमले ने पूरे देेश को झकझोर कर रख दिया था। पिछले साल आज ही के दिन कुछ आतंकियों ने पुलवामा में हमला किया था। इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर हमलावर ने विस्फोटक भरी कार से सीआरपीएफ काफिले की बस को टक्कर मार दी थी। धमाका इतना भयंकर था कि बस के परखच्चे उड़ गए। इसके बाद घात लगाए आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग भी की। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। वहीं बॉलीवुड की कई फिल्मों के डायलॉग्स ने पाकिस्तान की गीदड़ भभकी की हमेशा हवा को निकाला है।

फिल्म- गदर (2001)
डायलॉग- तुम्हारा पाकिस्तान जिंदाबाद है हमें कोई एतराज नहीं,मगर हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद था, जिंदाबाद है, जिंदाबाद रहेगा।
डायलॉग- तुम्हारा पाकिस्तान जिंदाबाद है हमें कोई एतराज नहीं,मगर हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद था, जिंदाबाद है, जिंदाबाद रहेगा।
दूसरा डायलॉग- बंटवारे के वक्त हम लोगों ने आपको 65 हजार रुपए दिए थे, तब जाकर आपके सिर पर तिरपाल आई थी, बरसात से बचने की हैसियत नहीं और गोली-बारी की बात कर रहे हैं आप लोग।

फिल्म- शौर्य (2008)
डायलॉग- बॉर्डर पर मरने से ज्यादा बड़ा नशा कोई नहीं होता है।
डायलॉग- बॉर्डर पर मरने से ज्यादा बड़ा नशा कोई नहीं होता है।

फिल्म- लक्ष्य (2004)
डायलॉग- ये इंडियन आर्मी है, हम दुश्मनों में भी एक शराफत रखते हैं।

फिल्म- मां तुझे सलाम (2002)
डायलॉग- दूध मांगोगे तो खीर देंगे कश्मीर मांगोगे तो चीर देंगे।
डायलॉग- दूध मांगोगे तो खीर देंगे कश्मीर मांगोगे तो चीर देंगे।

फिल्म- रंग दे बसंती (2006)
डायलॉग- अब भी जिसका खून न खौला, खून नहीं वो पानी है..जो देश के काम ना आए वो बेकार जवानी है।
डायलॉग- अब भी जिसका खून न खौला, खून नहीं वो पानी है..जो देश के काम ना आए वो बेकार जवानी है।

फिल्म- बेबी (2015)
डायलॉग- रिलीजियन वाला जो कॉलम होता है उसमें हम बोल्ड एंड कैपिटल में इंडियन लिखते हैं।
डायलॉग- रिलीजियन वाला जो कॉलम होता है उसमें हम बोल्ड एंड कैपिटल में इंडियन लिखते हैं।