कोहरे का कहरः रेलवे करा रहा लोको पायलटों का ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट

इलाहाबाद। इलाहाबाद में ठंडी हो गर्मी या बरसात सबका दिव्य रुप देखने को मिलता है। मौसमी वैज्ञानिक इसकी मूल वजह इलाहाबाद के नैनी से गुजरने वाली मकर रेखा को मानते हैं। कोहरे का सबसे बुरा प्रभाव रेलवे को झेलना पड़ता है। कोहरे की वजह से ट्रेने बीस-बीस घण्टे देर से पहुंचती है। देर की वजह कोहरे में ट्रेन का संचालन धीरे होना होता है। कभी-कभी तो देर की वजह से ट्रेनों को निरस्त करना पड़ता है। कोहरे का कहर शुरू हो चुका है, ट्रेनें बिलकुल धीरे चल रही हैं। बीते वर्षों में कोहरे की वजह से हुई दुर्घटनाओ के चलते रेलवे सभी ट्रेनों को धीमी कर दी गई है।
रेलवे ने किया विशेष इंतजाम
इस बार कोहरे की समस्या को देखते हुए रेलवे ने इससे निपटने के लिए कुछ विशेष इंतजाम भी किए हैं। रेलवे अपने लोको पायलटों और सहायक लोको पायलटों को ड्यूटी पर जाने से पहले ब्रेथ एनालायजर टेस्ट करा रहा है। ताकि वे शराब पीकर ड्यूटी पर न जाएं। हालांकि यह टेस्ट पहले भी किया जाता रहा है, लेकिन इस टेस्ट से कुछ लोकों पायलटों को छूट प्राप्त था। लेकिन कोहरे के समय में सभी का टेस्ट कराया जा रहा है। इसके अलावा रेलवे ने स्वलचालित सिग्नलिंग क्षेत्रों में मॉडीफाइड सेमी आटोमेटिक सिग्नलिंग प्रणाली लगाई है। इसके बाद अब एक सेक्शन से दो ही ट्रेनें गुजरेंगी। मॉडीफाइड सेमी आटोमेटिक सिग्नलिंग पोस्टों पर सफेद और नीले बैंड वाले रैट्रो रिफलेक्टिंव टेप लगाए गए हैं। इससे सिग्नल और साफ दिख रहे हैं। रेल पटफरियों की सघन पेट्रोलिंग चल रही है। सिग्नलों की दृश्यिता सुनिश्चित करने, स्टेनशन मास्टीरों, केबिन मास्टरों, लोको पायलटों, सहायक लोको पायलटों और गार्डों की काउंसिलिंग के लिए रात्रि कालीन औचक निरीक्षण हो रहे हैं।
वॉकी टॉकी सेट की हो रहा नियमित जांच
उत्तर-मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि वॉकी-टॉकी सेटों और अतिरिक्त- बैटरियों की उपलब्धपता सुनिश्चित की गई है। साथ ही लॉबी में पुरानी बैटरियों को बदल कर नई बैटरियां भी दी गई हैं। लोको पायलटों, सहायक लोको पायलटों, गार्डों, स्टेरशन मास्टयरों की जागरूकता के लिए पोस्टगर लगाए जा रहे हैं और पैम्फलेट भी बांटे जा रहे हैं।
सिग्नल प्रणाली को किया जा रहा दुरुस्त
स्टे्शनों पर फॉग सिग्नल पोस्टों , बोर्डों, स्टॉ प बोर्डों, वार्निंग बोर्डों, सिग्नलिंग सम्बंधी बोर्डों को नए सिरे से पेंट कर दिया गया है। राजधानी और शताब्दीो एक्सप्रेस गाडियों में अतिरिक्तर कैटरिंग की व्यपवस्था की गई है। इसी के साथ अन्यद गाडियों के लिए नियमित मॉनीटरिंग करते हुए खानपान की सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। जिन ट्रेनों में पैंट्री कार नही हैं, उनमें यात्रा करने वालों के लिए चाय और खाने के लिए अतिरिक्त ठहराव दिया जा रहा है। इसके अलावा रेलवे ने 138 नंबर से हेल्पलाइन भी शुरू की है।