रक्षामंत्री बनने के बाद पहले दौरे पर सियाचिन जाएंगे राजनाथ सिंह, सेनाध्यक्ष बिपिन रावत भी रहेंगे साथ

राजनाथ सिंह शनिवार को रक्षामंत्री के तौर पर अपना पदभार संभालने से पहले राष्ट्रीय शौर्य स्मारक गए थे. जहां उन्होंने देश सेवा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनके साथ सेनाध्यक्ष बिपिन रावत, वायुसेना अध्यक्ष बीएस धनोआ और नौसेनाध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह मौजूद थे. इसके बाद उन्होंने 3 सेना प्रमुखों से बातचीत करते हुए उन्हें अपने-अपने बलों की चुनौतियों और कामकाज पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा. जिस पर वे जल्द ही समीक्षा करने वाले हैं.
बता दें कि राजनाथ सिंह से पहले सियाचिनका दौरा पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और निर्मला सीतारमण ने भी किया था. युद्ध परिस्थितियों के लिहाज से सियाचिनरणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण है और उतना ही दुर्गम भी. हिमालयन रेंज में मौजूद सियाचिन ग्लेशियर की गिनती दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र के तौर पर होती है. 1984 से लेकर अब तक यहां करीब 900 जवान शहीद हो चुके हैं। इनमें से ज्यादातर की शहादत एवलांच और खराब मौसम के कारण हुई.