नई दिल्ली। रात को सोते वक्त देखे गए सपने के आधार पर क्या किसी को बलात्कारी ठहराया जा सकता है। हर किसी का जबाब होगा नहीं। सपने के आधार पर किसी को अपराधी साबित नहीं किया जा सकता। लेकिन जनाब ऐसा हुआ है।
‘मिररडॉटकॉम’में छपी खबर के मुताबिक अमेरिकी राज्य कोलारेडो के डेनवर में ऐसा ही हुआ है। लगभग तीन दशक पहले बलात्कार पीडित एक लड़की ने डेनवर के रहने वाले क्लॉरेंस अल मोसेस पर आरोप लगाया कि रेपिस्ट उसके सपने में आया था। कोर्ट ने लड़की के बयान के आधार पर क्लॉरेंस को उम्र कैद की सजा सुना दी। हालांकि, ट्रायल के दौरान डीएनए जांच भी करवायी गयी थी।
निर्दोष क्लारेंस के प्रारब्ध में जो सजा लिखी थी वो उसे भुगत रहा था। निर्दोष कलॉरेंस जेल से ही अपनी रिहाई के लिए प्रयासरत रहा। लगभग बीस साल बाद 2008 में कोलारेडो के गवर्नर की कोशिशों का नतीजा हुआ कि अदालत कलॉरेंस के केस का ट्रायल नये सिरे से शुरु करने के लिए तैयार हो गयी।
सन् 2013 में कलॉरेंस को जेल में किसी एलसी जेक्सन का का पत्र मिलता है। जिसमें जेक्सन ने लिखा था कि जिस लड़की ने आप पर आरोप लगाया है उसके साथ संबंध मैंने बनाये थे, और यह दोनों की सहमति से हुआ था। क्लॉरेंस ने वो पत्र कोर्ट के सामने रखा। जेक्सन को विटनेस बॉक्स में बुलाया गया तब कहीं जाकर 28 साल बाद निर्दोष क्लॉरेंस अपने परिवार वालों से मिल पाया।
(न्यूज़ 24 से साभार)