उत्तराखंड में जल्द ही खुलेगा दूसरा सैनिक स्कूल

देहरादून। उत्तराखंड में दूसरा सैनिक स्कूल खुलने का रास्ता साफ हो गया है। सैनिक स्कूल खोलने के लिए रक्षा मंत्रालय का सैनिक स्कूल सोसाइटी से करार हो गया है। वर्ष 2009 से प्रदेश में दूसरा सैनिक स्कूल खोलने की कोशिशें चल रही थीं, जो अब सफल हुईं। जखोली में प्रस्तावित सैनिक स्कूल, देश का पहला स्कूल होगा जिसका निर्माण शिक्षा विभाग के बजाय सैनिक कल्याण विभाग करेगा। प्रदेश के एकमात्र सैनिक स्कूल (घोड़ाखाल) के बाद दूसरा सैनिक स्कूल खुलने से राज्य से सैन्य अफसरों की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।
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रक्षा मंत्रालय से 19 नवंबर 2014 में अनुमति मिलने के बाद शिक्षा और सैनिक कल्याण विभाग के बीच मामला फंसा हुआ था। बीते साल मई में सैनिक स्कूल का जिम्मा सीएम हरीश रावत ने सैनिक कल्याण विभाग को सौंपा। स्कूल निर्माण के लिए केंद्र के साथ करार होना जरूरी है, क्योंकि उसके बाद ही प्रशासनिक और शिक्षण गतिविधियों के लिए सैन्य अफसर प्रतिनियुक्ति पर तैनात किये जाते हैं। केंद्र सरकार ने बीती 11 नवंबर 2015 को करार के एमओयू पर हस्ताक्षर कर दस्तावेज शासन को भेज दिए हैं। अब राज्य सरकार को इसके लिए बजट आवंटित कर स्कूल का निर्माण शुरु कराना होगा।
52 एकड़ भूमि पर बनेगा स्कूल
सैनिक स्कूल के लिये जखोली में करीब 52 एकड़ भूमि चयनित की जा चुकी है। स्कूल की अनुमति से पूर्व ही विभागीय मंत्री ने उपनल और पूर्व सैनिक कल्याण संस्था से 10 करोड़ रुपये स्कूल निर्माण साइट को तैयार करवाने में स्वीकृत करवाए, जिससे प्रस्तावित स्थल पूरे तौर पर तैयार हो गया है।
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जखोली में 300 छात्र करेंगे कदमताल
एमओयू होने के तीन वर्ष के भीतर स्कूल का निर्माण कार्य पूरा होगा। इस स्कूल में न्यूनतम 300 छात्रों के लिए शैक्षणिक सुविधाएं मिलेंगी। रक्षा मंत्रालय भवन निर्माण और वार्षिक डिफेंस स्कालरशिप हर कैडेट को देगा। स्कूल के टीचिंग-नान टीचिंग स्टाफ के वेतन-भत्ते राज्य सरकार को जुटाने होंगे, जबकि सोसाइटी सैन्य अधिकारियों की तैनाती सुनिश्चित करेगी।