सचिन के ट्वीट पर सियासी घमासान, शरद पवार ने कहा अपने क्षेत्र पर ध्यान दें सचिन

नई दिल्ली: किसान और सरकार के बीच लगातार गतिरोध बना हुआ है. किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले 70 दिनों से आंदोलन कर रहे है. इस बीच उनके समर्थन में कई बड़ी हस्तियों ने हस्तछेप किया. देश से तो समर्थन मिल ही रहा था, लेकिन पिछले कई दिनों से जाने माने कई विदेशी चेहरों ने भी किसानों का स्टैंड लेना शुरू कर दिया है. विदेशी नागरिकों का देश के मामले में बोलना कई भारतीय चेहरों को पसंद नहीं आ रहा है. इसका विरोध भी किया जा रहा है.
हाल ही में सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट कर कहा था कि भारत के आतंरिक मामलें में विदेशी ताकतों को नहीं शामिल होना चाहिए. उन्होंने लिखा कि भारतीय ही भारतीयों के बारे में सोचने में सक्षम है. सचिन तेंदुलकर के इस ट्वीट पर सियासी माहौल गर्म होता दिख रहा है. एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने सचिन तेंदुलकर को नसीहत देते हुए कहा है कि सचिन अपने क्षेत्र को छोड़कर किसी और विषय पर ध्यान न दे.
‘सत्ताधारी नेता कर रहे किसानों को बदनाम’
एनसीपी अध्यक्ष ने सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर के द्वारा किसान आन्दोलन पर दिए गए बयान की काफी आलोचना की है. शनिवार को पुणे में प्रेस वार्ता के दौरान बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा आंदोलन को लेकर जो राय रखी गई है उससे जनता में नाराजगी है. शरद पवार ने कहा किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए सरकार नई-नई चालें चल रही है. सत्ताधारी दल के नेता कभी आंदोलनकारियों को खालिस्तानी कहते हैं तो कभी कुछ और कहकर बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.