यहां बहनें बनती हैैं दूल्हा, ब्याह के लाती हैं भाभी

भारत के हिमाचल राज्य के हिमालयी क्षेत्र लाहौल-स्पीति में कुछ ऐसी परंपरा है जो चौंकाती है। यहां बहन बनती है दूल्हा, शादी करके घर लाती है अपनी भाभी। हिमाचल प्रदेश अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण ही नहीं यहां के अनोखे रीति-रिवाज के कारण भी प्रसिद्ध है।
यहां अपने भाई की शादी के लिए बहन दूल्हा बनकर बारात लेकर वधु पक्ष के घर जाती है। और वह सभी रस्में निभाती है जो दूल्हे द्वारा की जाती हैं। इतना ही नहीं जिन परिवारों में कोई बहन नहीं होती वहां पर घर के बड़े या छोटे भाई के लिए घर में मौजूद भाई उनकी जगह दूल्हा बन बारात लेकर जाता है और शादी कर लाता है। यहां की सदियों पुरानी परंपरा आज भी कायम है।
हमारे देश में यूं तो शादीब्याह की क्षेत्रानुसार अलग-अलग परंपराएं हैं। लेकिन, लाहौल-स्पीति की शादी की यह परंपरा अपने आप में बिलकुल अलग है। लाहौल-स्पीति में जब दूल्हा किसी वजह से अपनी शादी में शामिल नहीं हो पाता तो यहां पर बहनें ही सिर सेहरा सजा दुल्हन ले आती हैं।
सदियों पुरानी यह परंपरा लाहौल घाटी में आज भी कायम है। घाटी में विवाह के दौरान महिलाओं को दूल्हा बनते देखा जा सकता है। भाई की अनुपस्थिति में बहनें दूल्हे का रूप धरकर बैंडबाजे के साथ अपने घर वधू को लेकर आती हैं। ऐसा इसलिए होता है कि शादी के मुहूर्त पर भाई के घर पर न होने की सूरत में परंपरानुसार बहनें ही पारंपरिक तरीके से दूल्हा बनकर भाभी की विदाई कर लेकर आती हैं।
कई बार तो दूल्हे के छोटे भाई भी दूल्हा बनकर अपनी भाभी को ब्याहने जाते हैं। इतिहासकार कहते हैं कि यह सदियों पुरानी परंपरा है। यह परंपरा आज भी कायम है। दूल्हे का भाई और बहन भी दूल्हा बनकर दुल्हन को ले आते हैं।