अपने ही फैसले पर सुप्रीम कोर्ट की रोक, यूपी के नए लोकायुक्त का शपथ ग्रहण टला

लखनऊ। यूपी के नए लोकायुक्त रिटायर्ड न्यायमूर्ति वीरेन्द्र सिंह का शपथ ग्रहण टल गया है। शपथ ग्रहण रविवार को होना था और उसके लिए राजभवन में पूरी तैयारियां हो चुकी थीं। बताया जाता है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा था कि क्या शपथ ग्रहण टाला जा सकता है। इस पर यूपी सरकार ने शपथ ग्रहण को टालने की जानकारी कोर्ट को दी।
नए लोकायुक्त के मामले में अब अब चार जनवरी को इसकी सुनवाई होगी। नए लोकायुक्त वीरेन्द्र सिंह के नाम इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ सिंह ने सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिख कर कहा था कि वीरेन्द्र सिंह के नाम पर उनकी सहमति नहीं ली गई है। बताया जाता है कि इसे भी सुप्रीम कोर्ट ने गम्भीरता से लिया है।
इस बारे में पीआईएल दाखिल करने वाले वकील सच्चिदानंद उर्फ सच्चे गुप्ता ने कहा, ”उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधियों ने सुप्रीम कोर्ट को गुमराह किया। गलत जानकारी देकर वीरेंद्र सिंह को लोकायुक्त बनवाया गया। मीडिया में आई खबरों को आधार बनाकर मैंने पीआईएल दाखिल की थी।”
सूत्रों के मुताबिक, चीफ जस्टिस इस बात से नाराज हैं कि वे सिलेक्शन कमिटी की मीटिंग में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज वीरेंद्र सिंह के नाम पर पहले ही ऐतराज जता चुके थे। सीएम ने भी उन्हें भरोसा दिलाया था कि वे लोकायुक्त के लिए रिटायर्ड जस्टिस वीरेंद्र सिंह का नाम प्रपोज नहीं करेंगे। सूत्रों का दावा है कि सीएम ने मंगलवार की मीटिंग में जस्टिस वीरेंद्र सिंह का नाम सुझाया था, लेकिन चीफ जस्टिस ने इसे नामंजूर कर दिया था।