कानपुर की 40 टेनरीज को हरी झंडी

कानपुर। गंगा में प्रदूषित पानी गिराने वाली टेनरियों को लेकर एनजीटी ने नया फैसला दिया है। 40 टेनरियों को हरी झंडी देते हुए उन्हें फिर से संचालित करने का आदेश दे दिया है। जबकि अभी 10 पर प्रतिबन्ध लागू रहेगा। वहीं 50 टेनरियां ऐसी हैं जिन पर कुछ संशोधन के बाद चलाने को कहा गया है। यह निर्णय एनजीटी टीम के सर्वे रिपोर्ट के बाद आया है।
नमामि गंगे परियोजना के चलते शहर की करीब सौ टेनरियों को बन्द करने और उन्हें दूसरे स्थान पर स्थापित किये जाने की आवाज उठाई गई थी। जल संसाधन मंत्री उमा भारती के साथ विशेषज्ञों की टीम ने सर्वे कर पाया था कि टेनरियों का कचरा सीधे गंगा में गिरता है। जिस पर एनजीटी ने सख्त कदम उठाते हुए टेनरियों की बिजली काटने के आदेश जारी कर दिए थे। तभी से यह टेनरियां बन्द थीं। फिर एनजीटी के सर्वे में 10 टेनरियों का कचरा गंगा में गिरते पाया गया था। इसी के चलते इन पर अभी भी प्रतिबन्ध लागू है।
प्रदूषण की ऑनलाइन मानीटरिंग
शहर में बढ़ रहे प्रदूषण के मद्देनजर डीएम कौशल राज शर्मा ने टेनरियों के कचरे की जानकारी के लिए इलेक्ट्रो फ्लो मीटर को सर्वर से जोड़कर प्रदूषण की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के निर्देश दिए हैं।
फैसले के अनुसार होगी कार्यवाही
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी का कहना है कि एनजीटी के फैसले के अनुसार 10 टेनरियों को बन्द रखना है। वहीं कुछ में संशोधन करने के बाद चालू करने को कहा गया है। फैसले के अनुसार कार्यवाही की जायेगी।