बर्बाद Government ने डुबोई करेंसी की लुटिया देश में शुरू हुए प्रोटेस्ट

बेरूत : लेबनान की करेंसी रिकॉर्ड निचले लेवल पर गिर गई है। जिस की वजह से यहाँ महंगाई अपने चरम पर है। इसी से परेशान होकर अब Government के खिलाफ मैसिव प्रोटेस्ट्स शुरू हो गए हैं। रिसेंटली इसी वजह से लेबनीज़ सिटिज़न्स देश की पार्लियामेंट के बाहर जमा हुए थे। जिनको तितरबितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस छोड़नी पड़ी। पुलिस चीफ ने दिए अपने बयान में कहा कि जमा भीड़ ने पुलिस पर पत्थर फेकना शुरू कर दिया था जिस के बाद पुलिस ने ये कार्यवाही की है।
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लेबनान का इकनोमिक क्राइसिस अक्टूबर 2019 में शुरू हुआ था जिसके बाद कोरोवायरस और अगस्त में हुए ब्लास्ट ने हालात और बदतर कर दिए। इस ब्लास्ट में 211 लोगों की मौत हो गई थी और 6,000 से अधिक घायल हो गए थे। ब्लास्ट की वजह भी गवर्नमेंट की लापरवाही थी। असल में एक गोडाउन में कई सालों से कई टन अमोनियम नाइट्रेट लापरवाही से रखा हुआ था। जिसमे ब्लास्ट हो गया था।
बेरूत के अलावा, त्रिपोली और देश के दूसरे शहरों में भी प्रोटेस्ट हो रहे हैं
लेबनान की करेंसी ने अब तक की सबसे बड़ी डुबकी लगाईं है, और अब ये करीब 12,500 पाउंड तक पहुंच गया है। देश ज़्यादातर चीज़ों के लिए विदेशी इम्पोर्ट पर डिपेंडेंट है और इसी वजह से रोज़ाना की ज़रूरतों की चीज़ों के रेट अब आसमान पर हैं ।
इंटरनल पोलिटिकल कनफ्लिक्ट भी है एक वजह
विश्व बैंक की मानें तो देश का जीडीपी ऑलरेडी माइनस 19 % है। इसी के साथ साथ लेबनान के ऊपर $ 90 बिलियन डॉलर का फॉरेन क़र्ज़ है भी है जो देश कि जीडीपी का 170% हैं। इस प्रोटेस्ट के बाद यूनाइटेड नेशंस की परेशानियां बढ़ गयी हैं क्यूंकि बेरोज़गारी की वजह से अब यहाँ का क्राइम रेट ग्लोबल एवरेज से काफी ज़्यादा हो गया है।
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