नये सत्र में छात्रावासों की सूरत सुधारने में जुटा इलाहाबाद विवि

नये सत्र की शुरूआत में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रावासों की स्थिति सुधारने की तैयारी चल रही है। इसकी कार्ययोजना बनाने के लिए प्रो. राकेश खन्ना की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है।
यह कमेटी एक कार्ययोजना बनाएगी जिस पर ट्रस्टों की सहमति ली जाएगी। कमेटी इस पर भी विचार कर रही है कि विद्यार्थियों को हॉस्टल में कुर्सी, मेज, किताबों आदि के लिए किस मद से पैसा दिया जा सकता है। इसके बाद यह प्रस्ताव मानव संसाधन विकास मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेज दिया जाएगा।
गौरतलब है कि प्रदेश में शिक्षा हब के रुप में ख्याति मिलने की वजह से विश्वविद्यालय में दाखिला लेने वालों की संख्या अधिक होती है लेकिन छात्रों की संख्या के अनुपात में छात्रावास की संख्या बेहद कम है। पुराने छात्रावासों से ही काम चल रहा है। उनकी भी मालीहालत खराब है।
बदहाली के दौर से गुजर रहे छात्रावास
विश्वविद्यालय के अधिकांश छात्रावास ट्रस्ट के हवाले हैं उनमें सुविधाओं का टोटा रहता है। सुविधाओं को लेकर छात्रावासों में रहने वाले छात्र और प्रशासन में टकराव की स्थिति बनी रही है।
यहां अक्सर होता है विवाद
विश्वविद्यालय के हिन्दू छात्रावास, केपीयूसी, मुस्लिम बोर्डिंग, हॉलैंड हाल, एसडी जैन, ट्रस्ट के हवाले हैं। इनमें विश्वविद्यालय में दाखिला लिए विद्यार्थी ही रहते हैं लेकिन प्रशासन का कहना है कि इन छात्रावासों में अवैध रुप से रहने वाले छात्रों की संख्या अधिक है।
मामला जो भी हो लेकिन इन छात्रावासों में जरूरी सुविधाएं मौजूद नहीं हैं। जिस वजह से आये दिन छात्र विरोध जताने के लिए सडक़ पर उतर आते हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन और ट्रस्टों के बीच बात बनी तो विश्वविद्यालय के अधिकार वाले छात्रावासों जैसी सुविधाएं सभी छात्रवासों में भी मुहैय्या हो जाएंगी।