सिनेमा के क्षेत्र में योगदान के लिए दिये जाते हैं ये सम्मान, जानें इन अवॉर्ड के बारे में

हाल ही में कई अवॉर्ड समारोहों को घोषणा हुई है। भारत में एक तरफ जहां लोग नेशनल और फिल्मफेयर अवॉर्ड का इंतजार करते हैं वहीं इंटरनेशनल लेवल पर ऑस्कर और ग्रैमी जैसे पुरस्कार अपने आप में खास माने जाते हैं। भारत में सिनेमा के लिए कितने प्रकार के पुरस्कार दिए जाते हैं। इस पुरस्कार में 10 लाख रुपये और स्वर्ण कमल दिया जाता है| राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार फिल्मों के क्षेत्र में दिये जाने वाले भारत के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार हैं। यह पुरस्कार साल 1954 से दिये जा रहे हैं। यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं। जिनमें फीचर फिल्म, गैर फीचर फिल्म और सिनेमा पर श्रेष्ठ लेखन शामिल है।

श्यामची आई (मराठी) पहली फिल्म थी जिसे प्रेसिडेंट्स गोल्ड मेडल फॉर ऑल इंडिया बेस्ट फीचर फिल्म पुरस्कार मिला। इसके अलावा दो बीघा जमीन (हिंदी) तथा भगवान श्री कृष्ण चैतन्य (बांग्ला) ऑल इंडिया सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट प्राप्त करने वाली पहली फिल्में थीं।

सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्मों के लिए आंध्र प्रदेश सरकार नंदी अवॉर्ड प्रदान करती है। इसकी शुरुआत 1964 में हुई थी। यह राज्य सरकार द्वारा दिया जाने वाला पुरस्कार है| इसे आमतौर पर बीएफजेए पुरस्कार के रूप में जाना जाता है। यह बंगाल फिल्म पत्रकार संगठन पुरस्कार द्वारा प्रदान किया जाने वाला एक पुरस्कार है। इसकी शुरुआत 1937 में हुई थी।

दादा साहेब को भारतीय सिनेमा का जन्मदाता कहा जाता है। 1913 में दादा साहेब ने ‘राजा हरिशचंद्र’ नाम की पहली फुल लेंथ फीचर फिल्म बनाई थी। भारतीय सिनेमा में दादा साहब के ऐतिहासिक योगदान के चलते 1969 से भारत सरकार ने उनके सम्मान में ‘दादा साहब फाल्के’ अवार्ड की शुरुआत की गई थी| बता दें कि दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च और प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है। गौरतलब है कि सबसे पहले देविका रानी को यह पुरस्कार मिला था।