टॉप सीक्रेट थी कश्मीर को लेकर शाह-डोभाल की रणनीति, घबरा गए ओवैसी

नई दिल्ली। हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और अमित शाह की हुई मुलाकात पर काफी सवाल उठाए जा रहे हैं। हमेशा की तरह सवालों को उठाने वाला और कोई नहीं बल्कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएमआईएम) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ही हैं। इस मुलाकात पर संदेह जताते हुए दोनों के बीच हुई वार्तालाप को सार्वजनिक करने की मांग की है।
औवैसी ने राजनीतिक विवाद को हवा देते हुए कहा है कि क्यों राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने सत्ताधारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात की है? उन्होंने मुलाकात के दौरान हुई बातचीत का विवरण सार्वजनिक करने की मांग की है। ओवैसी ने कहा कि देश जानना चाहता है कि क्या बातचीत हुई? उन्होने पूछा कि जब एनएसए सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष से मिल सकते हैं तो अन्य पार्टियों के अध्यक्षों से क्यों नहीं मुलाकात कर जानकारी दे सकते हैं?
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कहा जा रहा है शाह और डोभाल की मुलाकात काफी अहम है। केंद्र सरकार कश्मीर घाटी पर बढ़ते आतंक को लेकर कोई बड़ा कदम उठा सकती है। साथ ही बता दें कि इस मुलाकात के बाद महबूबा मुफ्ती से समर्थन भी वापस ले लिया गया था। बता दें शाह से मुलाकात के बाद डोभाल ने राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की। अब यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि कश्मीर में बढ़ते आतंक के लिए कोई बड़ी मुसीबत खड़ी होने वाली है।
We want to know, the country wants to know what talks took place when the NSA met the chief of a political party? Why did NSA only meet the ruling party why doesn't he meet all political parties?: Asaduddin Owaisi, AIMIM on meeting between NSA Ajit Doval & BJP President Amit Shah pic.twitter.com/H65un6JzWm
— ANI (@ANI) June 19, 2018
कयास लगाते हुए ये भी कहा जा रहा है कि कहीं सरकार अपने इतने सैनिक खोने के बाद किसी बड़ी ऑपरेशन ऑल आउट की तरह किसी बड़ी योजना की तैयारी तो नहीं कर रही। ऐसे में कहा जा रहा है कि ओवैसी को थोड़ी घबराहट सी महसूस होने लगी है, इसीलिए उन्होंने हुई इस मुलाकात को सार्वजनिक करने की मांग की है।