पति की HISTORY तय करेगी महिला प्रधान का FUTURE

लखनऊ। प्रदेश शासन जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव से पहले सभी जीते जिला पंचायत सदस्यों का ब्यौरा एकत्र करेगी। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। जीते जिला पंचायत सदस्यों और निर्वाचित महिला सदस्यो के पतियों की अपराधिक पृष्ठभूमि का ब्यौरा जुटाया जाएगा। इसके साथ ही यह भी पता लगाया जाएगा कि पंचायत चुनाव की अधिसूचना के बाद से किस ब्लाक में कितनी चुनावी घटनाएं हुई।
राज्य के आईजी कानून व्यवस्था ए.सतीश गणेश ने यहंा यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बारे में आगामी 28 दिसम्बर को एक वीडियो कान्र्फेसिंग आयोजित की गई है। इस बारे में राज्य के सभी जिलों को पत्र भी भेजे गए हैं। उन्होनें बताया कि इस पत्र में कहा गया है कि प्रदेश में सभी निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों का विस्तृत ब्यौरा तैयार किया जाए। इसमें उनका अपराधिक इतिहास के साथ साथ हर जिले में महिला और पुरूष जिला पंचायत सदस्यों की संख्या का ब्यौरा जुटाया जाए। इसके साथ ही निर्वाचित महिला सदस्यों के पतियों का भी अपराधिक ब्यौरा एकत्र किया जाए।
यह भी ब्यौरा मांगा गया है कि किस जिले में कितने निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य इस समय जेल में निरूद्ध है। पत्र में कहा गया है कि इसी तरह प्रदेश के 819 ब्लाकों में जीते हुए क्षेत्र पंचायत सदस्यों का ब्यौरा भी एकत्र किया जाए। इसके अलावा पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के दिन से 20दिसम्बर तक चुनावों को लेकर हुई हर घटना का ब्यौरा भी जुटाया जाए। एक सवाल के जवाब में आईजी कानून व्यवस्था ने बताया कि इस प्रकार की घटनाओं के ब्यौरे से ब्लाकों की संवेवदनशीलता तय करने में मदद मिलेगी।