क्या है गोरखपुर देन एण्ड नाउ

धूमधाम से हुआ लोकार्पण
गोरखपुर। पूरे 37 साल बाद गोरखपुर गजेटियर का लोकार्पण हो गया है। मंडलायुक्त पी. गुरूप्रसाद ने नवागत डीएम ओएन सिंह, निवर्तमान डीएम रंजन कुमार, एसएसपी लव कुमार समेत दर्जनों वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में इसका लोकार्पण किया। गजेटियर प्रकाशन के लिए बनी समिति के अध्यक्ष उपनिदेशक बचत डा. बीएन मिश्रा को विशेष रूप से बधाइयां मिलीं।
इससे पहले 1971 में गोरखपुर के पहले गजेटियर का प्रकाशन डीएम एचआर नवेली ने जबकि दूसरे गजेटियर का प्रकाशन डीएम एसएटी रिजवी ने किया था। डीएम रंजन कुमार की अगुआई में यह तीसरा घोषित और अत्याधुनिक गजेटियर होगा। स्थानीय स्तर पर प्रकाशित गजेटियर का नाम ‘गोरखपुर-देन एंड नाउ’ हैं। इसमें 1978 के बाद की सभी जानकारियों को सम्मिलित किया गया है।
कुल 22 अध्याय शामिल हैं
गोरखपुर से प्रकाशित गजेटियर में कुल 22 अध्याय शामिल हैं। इन अध्यायों में गोरखपुर का संक्षिप्त विवरण, इतिहास, जनसंख्या, खेती, उद्योग, बैंकिंग, परिवहन, अर्थव्यवस्था, सामान्य प्रशासन, राजस्व, कानून-व्यवस्था, स्थानीय नगर निकाय, शिक्षा एवं सांस्क्रति, चिकित्सा समेत विविध जानकारियां दी गई हैं।