जब बहुजन समाज के लोग सामाजिक कुरीतियों को समाज हित में प्रयोग करने लगें, तो समझो सामाजिक बयार बहने लगी है : लक्ष्य

सीतापुर | लक्ष्य की टीम ने जागरूकता अभियान के तहत एक भीम चर्चा का आयोजन उत्तर प्रदेश जिला सीतापुर के हरगांव के गाँव काशिमापुर में किया | जब बहुजन समाज के लोग सामाजिक कुरीतियो को समाज हित में प्रयोग करने लगे तो समझो सामाजिक बयार चलने लगी है और यह केवल सतत सामाजिक जागरूकता का ही परिणाम है | यह बात लक्ष्य कमांडरों ने अपने सम्बोधन में कही |
यह कार्य लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या जी ने कर दिखाया है जिन्होंने अपनी माताजी के देहांत पर बुद्ध रीति से बुद्धवंदना के उपरांत लक्ष्य कैडर कम्प का आयोजन किया और वर्षो से चली आ रही मृत्यु भोज की परम्परा यानिके सामाजिक कुरुति को समाप्त कर उसे बुद्धवंदना व् सामाजिक जागरूकता आंदोलन में बदल दिया |
इस कैडर कैम्प में लक्ष्य की महिला कमांडरों ने विस्तार से सामाजिक चर्चाएं की और सामाजिक कुरीतियों को जड़ से समाप्त करने की अपील भी की | उन्होंने लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या जी के इस अनोखे प्रयोग की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों को इसी प्रकार से समाज हित में प्रयोग करके ही समाप्त किया जा सकता है और बहुजन समाज को मबजूती प्रदान की जा सकती है |
लक्ष्य कमांडरों ने कहा कि जिस समाज के लोग समय के अनुसार अपने को परिवर्तित कर लेते है अर्थात समय के अनुसार अपने आप को ढाल लेते है वह समाज कभी भी कमजोर नहीं पड़ता है | उन्होंने कहा कि आज का युग वैज्ञानिक युग है हमें इन अंधविश्वासों से निकलकर वैज्ञानिक सोच को आगे बढ़ाना चाहिए इससे समाज व् देश विकास की ओर बढ़ेगा |
लक्ष्य कमांडरों ने कहा कि बहुजन समाज के लोगो को अपने वोट का इस्तमाल अवश्य करना चाहिए यह बहुत कीमती है और इसके सही प्रयोग से ही समाज व् देश मजबूत होगा | उन्होंने बहुजन समाज को याद दिलाते हुए कहा कि इस बेसकीमती वोट के हथियार को बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने बहुजन समाज को बड़े ही अथक प्रयास से दिलाया है | हमें इसको बेचना नहीं है और समाज और देश के हित में इस्तमाल करना है |
इस कैडर कैम्प में लक्ष्य कमांडर मुन्नी बौद्ध, संघमित्रा गौतम, रेखा आर्या, रश्मि गौतम, राजकुमारी कौशल, धम्मप्रिया गौतम, सावित्री बौद्ध, देवकी, जयश्री आनंद, नीरू व रमाकांत भारती ने हिस्सा लिया |
लक्ष्य के इस अनोखे प्रयोग में कई प्रदेश व् जिलों के लोगो ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया और समाज में इस अनोखे प्रयोग की भूरि भूरि प्रशंसा की |